ग्रामीण सड़कों और अमृत सरोवरों का निर्माण
प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (पीएमजीएसवाई-आई) कोर नेटवर्क में पात्र असंबद्ध बस्तियों के लिए एकल बारहमासी सड़क के माध्यम से ग्रामीण सड़क संपर्क सुविधा प्रदान करने के उद्देश्य से भारत सरकार का एक विशेष कार्यक्रम है।
इसके बाद, पीएमजीएसवाई के दायरे में नए हस्तक्षेप/कार्यक्षेत्र अर्थात् पीएमजीएसवाई-II, वामपंथी उग्रवाद प्रभावित क्षेत्रों के लिए सड़क संपर्क सुविधा परियोजना (आरसीपीएलडब्ल्यूईए) और पीएमजीएसवाई-III को जोड़ा गया। इन्हें ग्रामीण सड़कों के उन्नयन के लिए, वामपंथी उग्रवाद क्षेत्रों में रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण सड़कों का निर्माण एवं बस्तियों को अन्य बातों के साथ-साथ ग्रामीण कृषि बाजारों (ग्राम), उच्च माध्यमिक विद्यालयों और अस्पतालों से जोड़ने वाले 1,25,000 किलोमीटर मार्गों तथा प्रमुख ग्रामीण संपर्कों के समेकन के उद्देश्य से कार्यान्वित किया गया है।
पीएमजीएसवाई-I के तहत, 99.38% पात्र बस्तियों को हर मौसम में सड़क संपर्क सुविधा प्रदान की गई है।
पीएमजीएसवाई-II के अंतर्गत, 50,000 किलोमीटर के लक्ष्य के मुकाबले, 49,857 किलोमीटर को स्वीकृत किया गया है और 48,691 किलोमीटर निर्माण कार्यक्रम को पूरा किया जा चुका है।
आरसीपीएलडब्ल्यूईए के माध्यम से 12,100 किलोमीटर की मंजूरी प्रदान की गई है और इसमें से अब तक 8,290 किलोमीटर का काम पूरा हो चुका है।
पीएमजीएसवाई-III के तहत, 1,25,000 किलोमीटर के लक्ष्य के मुकाबले 1,07,454 किलोमीटर स्वीकृत किया गया है और 69,507 किलोमीटर निर्माण कार्य पूरा किया जा चुका है।
अपनी योजना की स्थापना के बाद से 13.12.2023 तक, 3,76,472.36 करोड़ रुपये की परियोजनाओं के मूल्य पर 8,14,522 किलोमीटर लंबाई की 1,86,541 सड़कें और 11,587 पुल स्वीकृत किए गए हैं, जिनमें से 7,49,363 किलोमीटर लंबाई की 1,77,628 सड़कें तथा 8,435 पुल 3,12,986.17 करोड़ रुपये (राज्यों की हिस्सेदारी सहित) के निवेश पर पूरी तरह से तैयार हो चुके हैं।
भविष्य के लिए जल संरक्षण के उद्देश्य से 24 अप्रैल 2022 को मिशन अमृत सरोवर का शुभारंभ किया गया था। इस मिशन का लक्ष्य देश के प्रत्येक जिले में 75 अमृत सरोवरों (तालाबों) को विकसित/पुर्ननिर्मित करना है, जिससे देश में कुल मिलाकर लगभग 50,000 अमृत सरोवर हैं। आजादी का अमृत महोत्सव के दौरान अमृत सरोवर कार्यों की प्रत्यक्ष अभिव्यक्ति रही है।
दिनांक 15.12.2023 तक कुल 68,521 अमृत सरोवर का निर्माण कार्य पूरा किया जा चुका है। तैयार हुए अमृत सरोवर का राज्य/केंद्र शासित प्रदेश-वार विवरण नीचे दिया गया है:
निर्मित अमृत सरोवरों का राज्य/केंद्र शासित प्रदेश-वार विवरण (15.12.2023 तक)
क्रमांक | राज्य केंद्र शासित प्रदेश | तैयार अमृत सरोवर |
1. | आंध्र प्रदेश | 2196 |
2. | अरुणाचल प्रदेश | 2044 |
3. | असम | 2836 |
4. | बिहार | 2717 |
5. | छत्तीसगढ़ | 2916 |
6. | गोवा | 165 |
7. | गुजरात | 2649 |
8. | हरियाणा | 1732 |
9. | हिमाचल प्रदेश | 1644 |
10. | जम्मू और कश्मीर | 2653 |
11. | झारखंड | 2088 |
12. | कर्नाटक | 3649 |
13. | केरल | 856 |
14. | मध्यप्रदेश | 5330 |
15. | महाराष्ट्र | 3013 |
16. | मणिपुर | 1160 |
17. | मेघालय | 685 |
18. | मिजोरम | 1000 |
19. | नागालैंड | 266 |
20. | ओडिशा | 2385 |
21. | पंजाब | 1415 |
22. | राजस्थान | 3000 |
23. | सिक्किम | 199 |
24. | तमिलनाडु | 2325 |
25. | तेलंगाना | 1888 |
26. | त्रिपुरा | 948 |
27. | उत्तराखंड | 1281 |
28. | उत्तरप्रदेश | 14788 |
29. | पश्चिम बंगाल | 25 |
30. | अंडमान और निकोबार | 247 |
31. | दादरा नगर और हवेली,दमन और दीव | 117 |
32. | लद्दाख | 152 |
33. | पुडुचेरी | 152 |
कुल | 65521 |
केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने आज राज्यसभा में एक लिखित उत्तर में यह जानकारी दी।