नगर का पुराना एवं प्रसिद्ध मोती बाजार बन रहा है व्यावसायिक अतिक्रमण का अड्डा प्रशासन बेखबर
निंबाहेड़ा(अभिमन्यु) स्थानीय नगर पालिका क्षेत्र का मुख्य एवं सुप्रसिद्ध एवं प्रतिष्ठित व्यापार का मार्केट कहे जाने वाला सबसे पुराना बाजार मोती बाजार इन दिनों व्यापारियों एवं प्रतिष्ठानों के स्वामित्व के द्वारा अतिक्रमणों का अड्डा बन रहा है। मोती बाजार किसी जमाने में ख्याति प्राप्त एवं सुप्रसिद्ध बाजारों की सूची में आता था वही आज धीरे-धीरे विलुप्त होता नजर आ रहा है। प्राप्त जानकारी के अनुसार आस-पास के ग्रामीण का कहना है कि किसी जमाने में हम मोती बाजार में जब खरीदारी करने के लिए आते थे तब पैर रखने की जगह नहीं होती थी वही आज स्थानीय दुकानदारों द्वारा अपने-अपने दुकानों के बाहर पूरी तरीके से अतिक्रमण करने के कारण आवागमन एवं स्थानीय तथा आसपास के ग्रामीण खरीदारों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है क्योंकि व्यवसाय प्रतिष्ठा के स्वामित्व अपनी-अपनी दुकानों के बाहर प्रशासन के द्वारा अंकित सफेद पट्टी तक सामान रख देते हैं जिसके कारण क्रेताओं को सामान खरीदने के लिए अपने वाहनों को सड़क पर खड़ा करना पड़ता है जिसके कारण अतिरिक्त आवागमन यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है तथा यातायात व्यवस्था में भी कई प्रकार की परेशानी का सामना करना पड़ता है कई बार ख्याति प्राप्त समाचार पत्रों में अतिक्रमण को लेकर खबरों का विश्लेषण किया गया परंतु आज दिन तक प्रशासन की नींद नहीं खुली साथ ही शहर में किसी भी प्रकार का तीज त्योहार धार्मिक उत्सव पर्व जुलूस सभी धर्म के विवाह शादी इसी मुख्य बाजार होकर गुजरते हैं जिसमें अतिक्रमण को लेकर रैली एवं जुलूस में काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है कई बार तो जुलूस एवं रैली के प्रतिनिधियों की व्यवसाययों से बहस भी हो जाती हैं फिर भी नजर अंदाज किया जा रहा है वर्तमान में पूरी तरीके से बाजार अवरोध होता नजर आ रहा है प्रशासन द्वारा किसी भी तरीके से उचित अग्रिम कार्रवाई नही करने के कारण व्यवसाय स्वामित्व के हौसले बुलंद होकर अपने-अपने दुकानों के बाहर सफेद पट्टी तक भरपूर सामान रख देते हैं जिससे काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है लंबे समय से मुख्य बाजार के दोनों तरफ प्रशासनिक दिशा निर्देश सफेद पट्टी का पूरी तरीके से विलुप्त हो चुकी हैं।