निंबाहेड़ा के जुआरियों ने डाला ग्राम अरनोदा में डेरा
निंबाहेड़ा। निंबाहेड़ा शहर जुए-सट्टे के मामले में शुरू से ही काफी मशहूर है, लेकिन पिछले कुछ सालों से निंबाहेड़ा पुलिस द्वारा जुए-सट्टे का काला कारोबार करने वाले लोगों के खिलाफ लगातार बरती जा रही सख्ती के चलते निंबाहेड़ा क्षेत्र के सटोरिए अब नए ठिकाने तलाश कर अपनी अवेध गतिविधियों को संचालित करने में लगे हैं। ताजा मामला निंबाहेड़ा के समीपवर्ती गांव अरनोदा से जुड़ा है जहां निंबाहेड़ा के कुछ जुआरी और सटोरिए पुलिस को ठेंगा दिखाते हुए अपने जुए और सट्टे के अवेध कारोबार को संचालित करने में लगे हैं। प्राप्त सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार निंबाहेड़ा के समीपवर्ती गांव अरनोदा के मेवासा रोड़ पर नगर के कुछ सटोरिए कुछ स्थानीय लोगों की मदद से घोड़ीदाना जुए पर जुआरियों से लाखों के दांव लगवा कर अपने अवेध जुए सट्टे के कारोबार को धडल्ले से संचालित कर रहे हैं। ऐसे में यह सवाल उठना स्वाभाविक है कि क्या इन जुए- सट्टे का अवेध कारोबार करने वाले लोगों को क्षेत्रीय पुलिस का कोई खौफ नहीं है.? या फिर ये जानबूझकर अपनी अवेध गतिविधियों को संचालित करने में लगे हैं। क्षेत्रीय पुलिस प्रशासन से जुड़े आला अधिकारियों को चाहिए कि जुए-सट्टे का अवेध कारोबार संचालित करने वाले ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करे ताकि गांव का माहोल दूषित होने से बच सके।*